जनवरी की धूप

कुछ अंगड़ाई लेती
कुछ आलस मोड़ती
कुछ सुबकती
कुछ रुआसी
कुछ अनमनी
कुछ ठिठुरती
हुई आती है।
बादलों की रजाई से
बाहर निकल कर
स्कूल जाते बच्चों के साथ
स्कूल जाने के लिए
आजकल धूप।
सच में, कोई फर्क नहीं होता है
स्कूल जाते बच्चों और
जनवरी की धूप में ?
-संदीप सृजन
संपादक- शाश्वत सृजन
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